कडक मिंदी=मराठी+हिंदी..
रिक्षावाला - हां madam .. ये आ गया आपका "विठ्ठलनगर"..
बाई - अरे नई नई यहा नई.. वो आगे वो 'चिंचेका' झाड दिखता है ना
वहासें 'उजवीकडे वळके' थोडा आगे...
रिक्षावाला - अरे madam .. २०रु. मै यहा तक ही आता...
बाई - क्या आदमी हो... अरे कुछ 'माणुसकी' है की नही...
थोडा आगे छोडोंगे तो क्या 'झीझेंगा' क्या तुम्हारा रिक्षा..
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